बीईओ ऑफिस का वॉशरूम बना का गोदाम

राजू सिंह ठाकुर/ निलेश धनकर

विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय तखतपुर का बाथरूम पुस्तक गोदाम कक्ष बनकर रह गया है। कार्यालय में काम के सिलसिले में आने वाली महिलाओं को यदि बाथरूम जाना हो तो उन्हें भटकना पड़ता है। पूरे विकासखण्ड की स्कूलों को साफ सफाई रखने के संदेश देने वाले बीईओं कार्यालय में कचरे का अम्बार पड़ा हुआ है।


तखतपुर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दो बाथरूम शौचालय बने हुए है परंतु इसका उपयोग शौचालय के रूप में न होकर बीईओं कार्यालय का गोदाम रूम बनकर रह गया है यूरिनल के लिए लगे सीट उखड़कर रह गए है यहां पर तरह तरह की पुस्तकें, पुरानी टेबलेट के कार्टून, टुटी फुटी सामाग्रीयां और कबाड़ के समान रखा हुआ है। जिसके कारण वहां पर यूरिनल की कोई सुविधा नही है वो किसी कबाड़ से कम नही दिख रहा है पूरे रूम में कचरा जगह जगह फैला हुआ है समान इतना अस्त व्यस्त ढंग से रखा हुआ है कि वहां पर आने जाने वाले लोग नाक भौंव सिकुड़ते है।

पूरे विकासखण्ड के स्कूलों में साफ सफाई रखने के लिए लगातार निर्देश बीईओं के द्वारा दिया जाता है और निरीक्षण के दौरान यदि सामाग्री का ढेर मिलता है या अस्त व्यस्त रहता है तो यहीं बीईओं उनके खिलाफ कार्यवाही करते है परंतु खुद अपने कार्यालय की व्यवस्था नही सुधार सके। वाशरूम को पुस्तक कक्ष बनाकर रखे हुए है अब इनके खिलाफ कौन कार्यवाही करेगा। सबसे ज्यादा असुविधा यहां पर आने वाली महिलाओं को होता है जिन्हें वाशरूम के लिए भटकना पड़ता है परंतु उनकी सुनने वाला कौन है।

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